सबसे बड़ी समस्आया यही है की – आजकल के खानपान में स्वाद को सर्वोपरि मान लिया गया है। शादी-ब्याह, पार्टियों या फास्ट फूड में इस्तेमाल होने वाले रसायन हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
ऐसा ही एक खतरनाक रसायन है — मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) जिसे आमतौर पर अजीनोमोटो (Ajinomoto) के नाम से जाना जाता है। यह लेख विस्तार से बताएगा कि क्यों “अजीनोमोटो दिमाग को पागल करने का मसाला” शादियों में भूलकर भी हलवाई को न दें”, इसके पीछे के वैज्ञानिक कारण क्या हैं, और इसके दीर्घकालिक दुष्परिणाम कैसे हमारे मस्तिष्क और शरीर को नुकसान पहुँचाते हैं।
अजीनोमोटो क्या है? वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें
अजीनोमोटो को आम भाषा में “चाइनीज़ नमक” या “टेस्ट बढ़ाने वाला पाउडर” भी कहा जाता है। इसका असली नाम मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) है। आइए इसके रंग, रूप, गंध, स्वाद और बाजार में उपयोग को
सरल भाषा में समझते हैं,
जानिए अजीनोमोटो की दिखने वाली गजब खासियतें स्वाद, रूप और बाजार में उपयोग
🔹 रंग और रूप (Appearance):
- यह सफेद रंग का होता है।
- बारीक क्रिस्टल (नमक जैसे दाने) या कभी-कभी हल्का चमकदार दिखता है।
- दिखने में यह बिल्कुल साधारण नमक जैसा लगता है, लेकिन यह स्वाद में अलग होता है।
- अधिकतर चाइनीज भोजन में लाजवाब स्वाद बढ़ाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है जैसे – चौमिन, मोमोज, सूप, चौमीन, स्प्रिंग रोल, मनचूरियन, नूडल्स या फ्रेंच फ्राइज आदि
- हमने लोगों को ऐसे भी कहते सुना की ये देखने में बिलकुल हड्डियों का चुरा सा लगता है ।

🔹 गंध (Smell):
- अजीनोमोटो की कोई खास गंध नहीं होती।
- यह गंधहीन होता है, यानी इसे सूंघने पर कोई महक नहीं आती।
🔹 स्वाद (Taste):
चौंकाने वाला सच: अजीनोमोटो आपके खाने में स्वाद तो बढ़ाता है, लेकिन लेकिन इसके सेवन से होने वाली स्वास्थ्य हानियाँ बड़ी विचित्र हैं
- इसका स्वाद “उमामी” कहलाता है, जो न तो मीठा, न खट्टा, न नमकीन, न कड़वा होता है – बल्कि एक पांचवां अलग स्वाद होता है या अक्सर अजीनोमोटो को लोग खाते हैं क्यों क्यों की इसका स्वाद कुछ अधिक मीट के जैसा होता है जो एक बार खा लेने के बाद व्यक्ति बार बार लेना पसंद करता है
- यह खाने का स्वाद बढ़ा देता है, खासकर चाइनीज़ व्यंजन जैसे नूडल्स, मंचूरियन, फ्राइड राइस आदि में।
🔹 बाजार में दुकानदार इसका उपयोग कैसे करते हैं?
- रेस्तरां और ठेले वाले इसे थोड़ा-सा डालते हैं ताकि खाना ज्यादा स्वादिष्ट लगे।
- खासकर चाइनीज़ फूड बनाने वाले दुकानदार इसे सब्जियों या चावल के साथ मिलाकर पकाते हैं।
- बहुत कम मात्रा में इसका इस्तेमाल होता है – जैसे एक प्लेट नूडल्स में चुटकी भर।
ध्यान दें:
- अधिक मात्रा में इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- कई लोग इसे खाने के बाद सिरदर्द, प्यास या थकान महसूस कर सकते हैं (इसे “चाइनीज़ फूड सिंड्रोम” भी कहा जाता है)।
इसलिए अब कई बड़े रेस्टोरेंट इसका उपयोग कम कर रहे हैं या बिल्कुल नहीं करते।
अब विस्तार से समझते है
अजीनोमोटो का रासायनिक नाम मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) है। यह ग्लूटामिक अम्ल (Glutamic acid) का एक सोडियम नमक है जो प्रोटीन निर्माण में सहायक अमीनो एसिड है। ग्लूटामेट प्राकृतिक रूप से टमाटर, पनीर और मशरूम जैसी चीजों में भी पाया जाता है, लेकिन अजीनोमोटो में इसका प्रयोग कृत्रिम रूप में और अत्यधिक मात्रा में किया जाता है।
MSG का उपयोग करने का उद्देश्य है – उमामी स्वाद को बढ़ाना। ‘उमामी’ जापानी शब्द है जिसका अर्थ होता है “स्वादिष्टता का पाँचवा तत्व” (मीठा, खट्टा, नमकीन, कड़वा और उमामी)। MSG जीभ की स्वाद ग्रंथियों को उत्तेजित कर दिमाग को यह संकेत देता है कि भोजन स्वादिष्ट है, भले ही वह सामान्य हो।
लेकिन यही झूठा संकेत मस्तिष्क के न्यूरोलॉजिकल नेटवर्क को भ्रमित करता है। इसीलिए वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि “अजीनोमोटो दिमाग को पागल करने का मसाला शादियों में भूलकर भी हलवाई को न दें”, क्योंकि ये नुकसानदायक है।
MSG शरीर में कैसे काम करता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, MSG मस्तिष्क में मौजूद ग्लूटामेट रिसेप्टर्स (Glutamate receptors) को अधिक सक्रिय करता है। इससे न्यूरॉन्स (तंत्रिका कोशिकाएं) अत्यधिक उत्तेजित हो जाते हैं, और यह “Excitotoxicity” नामक प्रक्रिया को जन्म देता है। इस प्रक्रिया में न्यूरॉन्स इतना अधिक उत्तेजित होते हैं कि वे नष्ट होने लगते हैं।
यह प्रक्रिया किन-किन समस्याओं को जन्म देती है?
- न्यूरोलॉजिकल रोग:
लगातार MSG का सेवन अल्ज़ाइमर, पार्किन्सन, हंटिंग्टन डिजीज और एपिलेप्सी (मिर्गी) जैसे तंत्रिका रोगों का कारण बन सकता है। - अधकपारी (Migraine):
MSG सेवन से माइग्रेन ट्रिगर होता है। शोध में पाया गया कि MSG सेवन के 1-2 घंटे के भीतर सिर में दर्द, पसीना और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। - Hormonal Disruption:
MSG शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे डायबिटीज़ और मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है। - बांझपन और भ्रूण पर असर:
गर्भवती महिलाओं के लिए MSG अत्यंत हानिकारक है। यह प्लेसेंटा की बाधा को पार कर भ्रूण के मस्तिष्क तक पहुँच सकता है और बुद्धि, विकास व तंत्रिका प्रणाली को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए “Ajinomoto दिमाग को पागल करने का मसाला शादियों में भूलकर भी हलवाई को न दें”। - दृष्टि पर असर:
MSG की अधिकता रेटिना डैमेज और दृष्टि हानि का कारण बन सकती है। जानवरों पर किए गए प्रयोगों में इसकी पुष्टि हुई है।
क्यों शादियों में MSG का प्रयोग और भी खतरनाक है?
शादी-ब्याह में बनाए जाने वाले भोजन में MSG का अधिक प्रयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। हलवाई कई बार ज्यादा मात्रा में अजीनोमोटो डाल देते हैं जिससे व्यंजन अत्यधिक स्वादिष्ट तो लगते हैं, लेकिन उसके छिपे ज़हर का अंदाज़ा नहीं होता।
- इसलिए बार-बार चेतावनी देना आवश्यक है –
👉 “अजीनोमोटो दिमाग को पागल करने का मसाला शादियों में भूलकर भी हलवाई को न दें”। - 👉 एक दिन की स्वादिष्टता वर्षों की बीमारी बन सकती है।
- 👉 जीवन चाहे खतरों में आ जाए, कितनी ही बीमारियां हो जाए लेकिन मनुष्य इस तरह के गंदे मसाले लगातार उपयोग करता रहता है, सावधानियां बिल्कुल भी मार्केट में नहीं है, इसी सबको मध्य नजर रखते हुए इस जानकारी को आप सब तक पहुंचाया जा रहा है और बाजार में जिस किसी भी भोजन में मीट का टेस्ट आता है उसके अंदर सोच लीजिए कि अजीनोमोटो डाला ही गया है वह आपके बाजार के मोमोज हो सकते हैं या आपके फ्राइड राइस हो सकती है इसलिए सावधानी बरती है और अपने को स्वस्थ रखिए.
MSG का नशे जैसा प्रभाव – क्यों आप बार-बार खाते हैं?
अजीनोमोटो खाने के बाद मस्तिष्क में डोपामीन (Dopamine) नामक रसायन निकलता है, जो एक इनाम (reward) प्रणाली को सक्रिय करता है। यह वही प्रक्रिया है जो नशे की आदतों में देखी जाती है। इसीलिए चिप्स, नूडल्स, चाइनीज फूड में इसे डालने से लोग बार-बार इन्हें खाना चाहते हैं।
MSG “slow poison” की तरह कार्य करता है, जिसका असर तुरंत नहीं पर दीर्घकाल में ज़रूर होता है।
क्या कोई प्रमाण हैं?
- FDA (अमेरिका) MSG को सीमित मात्रा में सुरक्षित मानता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से Chinese Restaurant Syndrome जैसे लक्षण होते हैं: सिर दर्द, पसीना, सीने में जलन, कमजोरी।
- Indian Food Safety and Standards Authority (FSSAI) ने भी तैयार खाद्य पदार्थों में MSG के उपयोग को सीमित करने के निर्देश दिए हैं।
बचाव के उपाय
- घर पर खाना बनाते समय अजीनोमोटो का प्रयोग न करें।
- शादी, पार्टी या होटल के खाने में पूछकर खाएं।
- बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को MSG युक्त भोजन से दूर रखें।
निष्कर्ष: स्वाद नहीं, सेहत ज़रूरी है “दिमाग को पागल करने का मसाला”
MSG यानी अजीनोमोटो, खाने को स्वादिष्ट बनाता है लेकिन शरीर और दिमाग पर इसका असर धीमे ज़हर जैसा होता है।
इसलिए समय आ गया है कि हम चेत जाएं और दोहराएं —
“अजीनोमोटो दिमाग को पागल करने का मसाला शादियों में भूलकर भी हलवाई को न दें”।
शादियों में अजीनोमोटो का उपयोग करने से बचें और बचाएं
अजीनोमोटो से जुड़े सामान्य प्रश्न
1: अजीनोमोटो क्या है और इसका इस्तेमाल क्यों होता है?
अजीनोमोटो एक स्वादवर्धक रसायन है जिसे मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) कहा जाता है। इसका उपयोग खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
2: क्या MSG यानी अजीनोमोटो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?
हां, वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि MSG तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
3: क्या अजीनोमोटो खाने से दिमाग पर असर पड़ता है?
जी हां, MSG मस्तिष्क में भ्रम उत्पन्न करता है और न्यूरॉन्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे मानसिक रोग हो सकते हैं।
4: शादी के खाने में हलवाई को अजीनोमोटो क्यों नहीं देना चाहिए?
क्योंकि यह मेहमानों की सेहत को नुकसान पहुँचा सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।
5: बच्चों के लिए अजीनोमोटो क्यों हानिकारक है?
MSG बच्चों के दिमागी विकास और तंत्रिका प्रणाली पर नकारात्मक असर डालता है और उनकी प्रतिरोधक क्षमता को कम कर सकता है।
6: क्या अजीनोमोटो मोटापा बढ़ा सकता है?
हां, MSG लेप्टिन हार्मोन को प्रभावित करता है जिससे भूख का नियंत्रण कमजोर होता है और मोटापा बढ़ने की संभावना रहती है।
7: अजीनोमोटो से कौन-कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं?
MSG के लगातार सेवन से माइग्रेन, अनिद्रा, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, और अल्जाइमर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
8: क्या गर्भवती महिलाओं को MSG से बचना चाहिए?
बिल्कुल, MSG गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और विकास पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
9: अजीनोमोटो का विकल्प क्या हो सकता है?
अजवाइन, हींग, काली मिर्च, और अन्य प्राकृतिक मसाले स्वाद बढ़ाने के लिए बेहतर और सुरक्षित विकल्प हैं।
10: क्या सरकार MSG को सुरक्षित मानती है?
कुछ देशों में सीमित मात्रा में MSG को स्वीकृति मिली है, लेकिन WHO और FSSAI लगातार इसके दुष्प्रभावों पर चेतावनी जारी करते हैं।
हमारे लेख आपको कितने प्रभावी लगते हैं ? magicneed.com आपको सारे विषय सरल सब्दों में आपके सामने ला रहा है कृपया इसका लाभ अपने जीवन में जरुर उठायें.
बहुत ही अच्छा ज्ञान देने वाले हमारे अन्य लेख हैं जिन्हें आप।आसानी से पढ़ सकते हैं।
- सभी बच्चे अपने माता-पिता जैसे क्यों दिखते हैं?- आनुवंशिकी का रहस्यमयी संसार
- महाराणा प्रताप: अनदेखे पहलू और प्रेरणादायक जीवन (Maharana Pratap: Unseen aspects and inspiring life)
- हाइब्रिड वार्षिकी मॉडल (Hybrid Annuity Model – HAM) का महत्व और भारत में इसका प्रभाव
- इंजीनियरिंग विषय और टॉपिक आसान भाषा में,
- प्रतियोगी/ उन्नत ज्ञान
ऐसे ही ज्ञान प्राप्त करने वाले और भी विषयों पर हम आप के लिए अपने अनुभवों पर आधारित लेख लिखते रहते हैं, उम्मीद है आपको हमारी यह ज्ञान कुंजी पसंद आएगी..
सुरक्षित टेलीग्राम चैनल पर सभी नए और पुराने लेख उपलब्ध हैं। यह चैनल आपको महत्वपूर्ण जानकारी और अपडेट प्रदान करता है। सुरक्षित और विश्वसनीय माध्यम से लेख प्राप्त करने के लिए अभी जुड़े। इस चैनल के माध्यम से आप नियमित रूप से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें। https://t.me/magicneed